Retail Inflation: महंगाई से मिली राहत, अप्रैल में खुदरा महंगाई दर रही 4.70%, 18 महीने में सबसे कम

बिजनेस डेस्क। महंगाई के मोर्च पर राहत की खबर आई है। खुदरा महंगाई दर से गिरावट आई है। अप्रैल में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति लगातार दूसरे महीने मुख्य रूप से खाद्य कीमतों में गिरावट के कारण भारतीय रिजर्व बैंक के कंफर्ट जोन के भीतर बनी रही। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित (CPI) मुद्रास्फीति 18 महीने के निचले स्तर 4.7 प्रतिशत पर आ गई है। खुदरा मुद्रास्फीति मई 2023 में 5.66 प्रतिशत और फरवरी 2023 में 6.44 प्रतिशत रही।

अप्रैल में खुदरा मुद्रास्फीति में तेज गिरावट खाद्य कीमतों में गिरावट के कारण थी। मार्च में 4.79 प्रतिशत की तुलना में खाद्य मूल्य मुद्रास्फीति घटकर 3.84 प्रतिशत हो गई। डेटा ने आगे बताया कि अप्रैल में ग्रामीण मुद्रास्फीति 4.68 प्रतिशत थी, जबकि शहरी मुद्रास्फीति 4.85 प्रतिशत थी। खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट काफी हद तक अर्थशास्त्रियों की भविष्यवाणी के अनुरूप है। विकास केंद्रीय बैंक के लिए एक राहत के रूप में आता है, जिसने बैक-टू-बैक बढ़ोतरी के बाद अपनी पिछली नीति समीक्षा में प्रमुख दरों को अपरिवर्तित रखा। इसके साथ, आरबीआई शेष वर्ष के लिए अपनी दर वृद्धि को रोक सकता है।

देश का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन मार्च में 1.1 फीसदी बढ़ा है जबकि एक साल पहले की समान अवधि में इसकी वृद्धि दर 2.2 फीसदी रही थी। नेशनल स्टैटिकल ऑफिस की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन मार्च 2023 में 1.1 फीसदी बढ़ा।

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