जम्मू-कश्मीर में अशांति पैदा करने का प्रयास कर रही ताकतों के मंसूबे विफल कर रही BSF: गृह राज्यमंत्री राय
नई दिल्ली। आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने का प्रयास कर रही भारत विरोधी ताकतें इसलिए सफल नहीं हो पाईं क्योंकि BSF जैसे बलों ने मजबूत सुरक्षा कवच तैयार कर दिया है। यह बात रविवार को केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कही।
सीमा सुरक्षा बल के 55वें स्थापना दिवस पर जवानों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बल सीमावर्ती इलाकों में लगातार घुसपैठ और तस्करी के प्रयासों को विफल करता रहा है क्योंकि देश के दुश्मन इन क्षेत्रों में माहौल को ‘‘अस्थिर’’ करने का प्रयास कर रहे हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा, ‘‘हाल के फैसलों (आर्टिकल 370 को समाप्त करना) से जम्मू-कश्मीर में सकारात्मक प्रगति हुई है लेकिन देश विरोधी ताकतें कश्मीर घाटी में अशांति पैदा करना चाहती हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन BSF इस तरह के प्रयासों के खिलाफ अभेद्य दीवार की तरह खड़ी है और इस तरह के प्रयासों को लगातार विफल कर रही है।’’
सीमा सुरक्षा बल दिवस के अवसर पर आयोजित परेड कार्यक्रम में @BSF_India के अमर बलिदानियों को नमन किया। सीमारक्षक बल के रूप में BSF का योगदान गौरवान्वित करने वाला है। इस अवसर पर BSF द्वारा परेड झांकी एवं साहसपूर्ण करतब भी प्रस्तुत किया गया व अधिकारियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया। pic.twitter.com/7jUsj9Vprb
— Nityanand Rai (@nityanandraibjp) December 1, 2019
उन्होंने कहा कि BSF की प्रभावी निगरानी के कारण गलत इरादों वाले तत्व कोई प्रयास करने से पहले हजार बार सोचते हैं। उन्होंने कहा कि बल के अच्छे एवं प्रभावी कार्य को ध्यान में रखते हुए उसे हाल में पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास करतारपुर कोरीडोर की सुरक्षा सौंपी गई। मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को BSF के ‘‘कठिन कार्य स्थितियों’’ के बारे में पता है और वह सुनिश्चित कर रही है कि उन्हें बेहतर हथियार, उपकरण और सेवा शर्तें मुहैया कराई जाएं।
उन्होंने याद किया कि केंद्र सरकार एक योजना पर काम कर रही है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि हर जवान साल में करीब 100 दिन अपने परिवार के साथ बिताए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समारोह में नहीं आने के कारण मुख्य अतिथि बने राय ने दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के छावला में BSF के दिन की गई थी जिसमें वर्तमान में ढाई लाख कर्मी हैं और इसका प्रमुख कार्य भारत और पाकिस्तान की सीमाओं की रक्षा करना है। इसके अलावा आंतरिक सुरक्षा क्षेत्र में भी यह कई भूमिकाओं का निर्वहन करती है।