मॉब लिंचिंग पर प्रधानमंत्री मोदी को खुला पत्र लिखने वाले 49 मशहूर शख्सियतों के खिलाफ FIR, लगी देशद्रोह की धारा
पटना। देश में मॉब लिंचिंग की घटनाओं (भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या) पर चिंता व्यक्त करते हुए 49 हस्तियों ने PM नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखा था। जिसके बाद बिहार के मुजफ्फरपुर में सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर के वकील सुधीर कुमार ओझा ने दो महीने पहले एक याचिका दायर की थी। जिसके बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्यकांत तिवारी के आदेश पर FIR दर्ज हुई है। जिसमें भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत उपद्रव करने, शांति भंग करने के इरादे से धार्मिक भावनाओं को आहत करने संबंधित धाराओं के अलावा राजद्रोह की धारा भी लगाई गई है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में अभूतपूर्व सफलता हासिल करने के बाद देश की सत्ता पर एक बार फिर काबिज मोदी सरकार के 50 दिन भी पूरे नहीं हुए थे कि देश में एक बार फिर से असहिष्णुता का मुद्दा उठाते हुए फिल्म और लेखन जगत से जुड़े 49 हस्तियों ने PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इन फिल्मी हस्तियों में गैंग्स ऑफ वासेपुर के निदेशक अनुराग कश्यप, मांझी द माउंटेन मैन और रंगरसिया जैसी फिल्मों के निदेशक केतन मेहता के अलावा गुरु और रावण जैसी फिल्मों के निदेशक मणिरत्नम और इतिहासकार रामचंद्र गुहा जैसे नाम शामिल थे। PM को लिखे पत्र में लिखा था कि भड़काने के लिए जय श्री राम के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने PM मोदी से एक ऐसा माहौल बनाने की मांग की है, जहां असंतोष को कुचला नहीं जाए और देश एक मजबूत राष्ट्र बने। जिसके बाद वकील सुधीर ओझा ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि इन हस्तियों ने PM मोदी की छवि को कथित तौर पर धूमिल किया है।