कचरा प्रबंधन और पृथक्करण के प्रति जागरूकता लाने एनसीसी कैडेट्स की शानदार पहल
रायपुर। राष्ट्रीय कैडेट कोर कांकेर द्वारा एक दिसंबर से 15 दिसंबर तक जागरूकता अभियान का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत एनसीसी जूनियर डिवीजन उच्चतर माध्यमिक विघालय नरहरदेव कांकेर द्वारा 8 वीं छत्तीसगढ़ स्वतंत्र कंपनी और कर्नल ए. के. आहूजा के मार्गदर्शन में कचरे के प्रबंधन और पृथक्करण पर नुक्कड़-नाटक का मंचन किया गया । कैडेटो ने कचरे के प्रबंधन और पृथक्करण के बारे में विस्तार से बताया कि कचरे को मुख्यतः तीन भागों में अलग करना चाहिये पहला गीला कूड़ा जैसे फल और सब्जियों के छिलके, बचा हुआ भोजन और पेड़-पौधो की पत्तियां इसे हरे डिब्बे में डालना चाहिये। दूसरा सूखा कूड़ा जैसे पॉलिथिन बैग, प्लास्टिक, प्लास्टिक बैग, बोतले, दूध और तेल के खाली पैकेट और इस्तेमाल किया हुआ टिसु पेपर, अखबार इसे नीले डिब्बे में डालना चाहिए। तीसरा घरेलु हानिकारक कूड़ा जैसे इंजेक्शन, एक्सपायर दवाईयां, जंग लगी किले, इस्तेमाल कि हुई लेजर व ब्लेड, ब्लब, पुरानी बैटरी, पेंट व हानिकारक दवाईयों के खाली डिब्बे इसे लाल रंग के डिब्बों में रखना चाहिये और इन सबको उनके उचित स्थानों तक पहुंचाकर उसका विनष्टिकरण करें। आखिर में एनसीसी ऑफिसर ए. के. सिंग और एनसीसी ऑफिसर चन्द्रजय मरकाम के द्वारा गीले कचरे से किस तरह से ऑरगैनिक खाद और गैस जा सकती है, विस्तार से बताया गया और स्वच्छता हेतु सभी को शपथ भी दिलाई गई। एनसीसी अधिकारियों के द्वारा सभी एनसीसी कैडेटों को इसके बारे में लोगों में जागरूकता लाने के लिए कहा।